रायपुर। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने (AI) मानव सभ्यता के लिए वरदान के साथ चुनौती भी पेश की है। इसके व्यापक फायदे के साथ नुकसान भी है। इसके चलते लोगों की नौकरी चली गई। लेकिन भारत के केंद्रीय मंत्री ने इसे रोजगार सृजन करने वाला बताया है। वहीं इस टेक्नोलाजी के भविष्य की संभावनाओं पर चर्चा की जा रही है। क्या एआई को शिक्षा में शामिल किया जाएगा।
इस महत्वपूर्ण सवाल का केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शानदार जवाब दिया है। 6 महीने पहले हमारे भारतीय सार्वजनिक डोमेन में, चैट GPT के बारे में कोई नहीं जानता था, लेकिन अब यह हमारी स्कूली शिक्षा प्रणाली में सबसे अधिक चर्चा किया जाने वाला उपकरण है। चैट GPT मानव और कृत्रिम बुद्धि के बीच एक नई तरह की चुनौती है।
आज हम अपने युवाओं को AI के माध्यम से प्रशिक्षित करने में सक्षम बना रहे हैं, लेकिन मेरा मानना है कि वे मानव बुद्धि को ही चुनेंगे क्योंकि AI मानव बुद्धि द्वारा विकसित किया गया है।