रायपुर। महिला बाल विकास विभाग और जिला प्रशासन ने आज मरीन ड्राइव के सिप एंड बाइट कैफे पर संयुक्त कार्रवाई की है. इस दौरान विभागीय अधिकारियों ने चार बाल श्रमिक बच्चों को रेस्क्यू किया है. इस माममें में सिप एंड बाइट के संचालक के खिलाफ कार्रवाई की गई है. कैफे के संचालक के खिलाफ FIR करने के लिए पत्र भी लिखा गया है. इसके अलावा उन्होंने मरीन ड्राइव में भिक्षावृत्ति में संलिप्त तीन बच्चों को भी रेस्क्यू किया है.
दरअसल तेलीबांधा के आस-पास क्षेत्र में बच्चे भिक्षावृत्ति और विभिन्न कैफे, दुकानों में श्रम करने की शिकायत पायी गई थी. जिसे देखते हुए संयुक्त अभियान चलाया गया है. कुल सात बच्चों को महिला बाल विकास विभाग और जिला प्रशासन ने अभियान के तहत रेस्क्यू किया जिसमें चार बालको में से 2 बालक झारखंड, एक बिहार और एक बालक उड़ीसा का निवासी है, वहीं भिक्षावृत्ति में संलग्न 3 बालक स्थानीय पाए गए.
इन धाराओं के तहत हुई कार्रवाई
बाल श्रम कराने वाले प्रतिष्ठान पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 143, किशोर न्याय(बालकों की देख रेख एवं संरक्षण) अधिनियम 2015 तथा संशोधित 2021 की धारा 79 किशोर न्याय (बालकों की देख रेख एवं संरक्षण) नियम 2016 तथा संशोधित 2022 के नियम 57 (क) तथा बालक एवं कुमार श्रम (प्रतिषेध एवं विनियमन) अधिनियम 1986 यथा संशोधित 2016 की धारा 3,3(क) के प्रावधान के अनुसार कार्यवाई करने तेलीबांधा थाना प्रभारी को पत्र भेजा गया.
बता दें रायपुर जिला प्रशासन,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रायपुर, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास विभाग, तहसीलदार के नेतृत्व में जिला बाल संरक्षण इकाई ,विशेष किशोर पुलिस इकाई, श्रम विभाग चाइल्ड हेल्पलाइन और बचपन बचाओ आंदोलन के संयुक्त टीम द्वारा ये अभियान चलाया गया.