CG News: गरियाबंद। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने गरियाबंद जिले में करोड़ों रुपये के विकास कार्यों का शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने पूर्व विधायक गोवर्धन मांझी की मांग पर देवभोग को 36 गांवों से जोड़ने वाले बेलाट नाले पर उच्चस्तरीय पुल बनाने का ऐलान किया। साथ ही, धवलपुर, जिडार, जुगाड़ और पीपरछेड़ी में 10 करोड़ रुपये की लागत से 4 नए सर्वसुविधायुक्त छात्रावासों के निर्माण की भी घोषणा की। सीएम साय ने सरकार की योजनाओं को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए जिला प्रशासन की सराहना भी की। वहीं, अनुकंपा नियुक्ति पाने वालों ने मुख्यमंत्री से ‘थैंक यू सीएम सर’ कहकर आभार व्यक्त किया।
पूल निर्माण की मांग पर सीएम ने किया ऐलान
पूर्व विधायक गोवर्धन मांझी ने सभा के दौरान बेलाट नाले पर पुल निर्माण की मांग की थी, जिसे मुख्यमंत्री ने स्वीकार करते हुए देवभोग में उच्चस्तरीय पुल निर्माण का ऐलान किया। इसके अलावा, सीएम साय ने सुपबेड़ा में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने की योजना बनाई और किडनी बीमारी के उपचार के लिए रिसर्च शुरू करने का भी प्रस्ताव दिया। सीएम ने बताया कि इस कार्य के लिए संबंधित वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों से संपर्क किया जा चुका है, और जल्द ही रिसर्च प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

अनुकंपा नियुक्ति और आंगनबाड़ी नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर जिले में अनुकंपा नियुक्ति और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की भर्ती के लिए विशेष अभियान चलाया गया। इस अभियान के तहत करीब 50 लोगों को अनुकंपा नियुक्ति प्राप्त हुई, जबकि 206 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं की भर्ती की गई। इस अवसर पर जिला मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने इस अभियान की सराहना की। कार्यक्रम के दौरान, नियुक्ति पाने वाले लाभार्थियों ने एक स्वर में ‘थैंक यू सीएम सर’ कहकर मुख्यमंत्री का आभार जताया। मुख्यमंत्री ने विभागीय स्टॉल का अवलोकन करते हुए अनुकंपा नियुक्ति के लाभार्थियों और नवनियुक्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से मुलाकात की।

जनजाति छात्रों के लिए 4 नए छात्रावास (CG News)
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत 4 नए छात्रावासों का शिलान्यास किया। यह छात्रावास जिले के दूरदराज के वनांचल क्षेत्र धवलपुर, जिडार, जुगाड़ और पीपरछेड़ी में बनाए जाएंगे। इन छात्रावासों का निर्माण 10 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा, और यहां बच्चों के रहने और पढ़ाई के लिए सभी सुविधाएं सुनिश्चित की जाएंगी। छात्रावासों में पुस्तकालय और कंप्यूटर कक्ष का भी निर्माण होगा। मुख्यमंत्री ने जनजाति समुदाय के बच्चों को उनके गांव के पास ही बेहतर शिक्षा की सुविधा देने के लिए इन नए छात्रावासों की स्वीकृति दी है, ताकि वे घर से दूर न जाएं और पास में ही शिक्षा प्राप्त कर सकें।