CM Sai: रायपुर. नए साल के आगमन के साथ ही मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय प्रशासनिक कार्यों में सुधार की दिशा में कड़ी कार्रवाई करते नजर आए हैं। 1 जनवरी को मंत्रालय में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में, मुख्यमंत्री ने सभी विभागों के सचिवों और विभागाध्यक्षों को स्पष्ट निर्देश दिए कि शासकीय कामकाज में किसी भी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे पूरी मुस्तैदी से अपने दायित्वों का निर्वहन करें और समय पर कार्यालय आएं।
लंबित फाइलों का त्वरित निस्तारण और पारदर्शिता पर जोर
मुख्यमंत्री साय ने अधिकारियों को यह भी बताया कि वर्ष 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रमुख योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू किया गया है और 2025 छत्तीसगढ़ का रजत जयंती वर्ष है, जो राज्य के लिए विशेष महत्व रखता है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे विशेष अभियान चलाकर लंबित फाइलों का शीघ्र निस्तारण करें और मंत्रालय में ई-ऑफिस की व्यवस्था को प्रभावी ढंग से लागू करें।
स्वयं करेंगे विभागों की समीक्षा, हर महीने होगी वर्चुअल बैठक
सीएम ने कहा कि वे स्वयं सभी विभागों की कार्यप्रणाली की नियमित समीक्षा करेंगे। इसके अलावा, उन्होंने सभी विभागीय सचिवों को निर्देश दिए कि हर महीने वर्चुअल समीक्षा बैठक आयोजित की जाए और हर तीन महीने में भौतिक समीक्षा की जाए। साथ ही, यदि बड़ी योजनाओं के क्रियान्वयन में कोई समस्या आ रही है, तो उसे समयबद्ध तरीके से हल किया जाए और मुख्य सचिव तथा प्रमुख सचिव को सूचित किया जाए।
ईज ऑफ डूइंग बिजनेस और निवेश पर फोकस
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य में निवेश का माहौल बहुत अच्छा है और हमें “ईज ऑफ डूइंग बिजनेस” पर विशेष ध्यान देना चाहिए। उन्होंने छत्तीसगढ़ की औद्योगिक नीति 2024-2030 की सराहना करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि यह सुनिश्चित किया जाए कि निवेशकों को इसका पूरा लाभ मिले।
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शासन की योजनाओं का लाभ पहुंचाना जरूरी
सीएम साय ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति स्थापित करने की दिशा में किए गए प्रयासों की सराहना की और कहा कि शासन की योजनाओं को वहां तक पहुंचाना जरूरी है। उन्होंने विशेष रूप से नियद नेल्लानार योजना का लाभ नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में लोगों तक पहुंचाने के लिए त्वरित कदम उठाने की आवश्यकता जताई।
प्रभारी सचिवों को जिलों का दौरा करने का निर्देश (CM Sai)
मुख्यमंत्री ने जिलों के प्रभारी सचिवों को निर्देश दिए कि वे हर दो महीने में जिलों का दौरा करें और अंदरूनी क्षेत्रों में जाकर योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति का आकलन करें। उन्होंने कहा कि इससे जमीनी स्तर पर योजनाओं के असर का सही अंदाजा मिलेगा।
सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम और नशे की तस्करी पर कड़ी नजर
सीएम साय ने ट्रैफिक व्यवस्था की समीक्षा करते हुए सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाने का निर्देश दिया। साथ ही, उन्होंने राज्य में नशे की तस्करी की समस्या पर कड़ी कार्रवाई करने की आवश्यकता जताई और पिछले वर्ष की अवैध कारोबार रोकने की सफलताओं का हवाला देते हुए इसे और तेज करने की बात की।
बैठक में प्रमुख अधिकारीगण उपस्थित थे (CM Sai)
इस बैठक में मुख्य सचिव अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, प्रधान मुख्य वन संरक्षक व्ही श्रीनिवास राव सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण भी मौजूद थे।