दुर्ग। अगर आप रोज़मर्रा की खरीदारी में नकदी का इस्तेमाल करते हैं, तो ज़रा संभल जाइए। शहर में नकली नोटों का जाल फैलाने की कोशिश की जा रही है। दुर्ग जिले में पुलिस ने एक युवक (नरेंद्र सिंह) को गिरफ्तार किया है जो दुकानदारों को चकमा देकर नकली नोट खपाने की फिराक में था। उसके पास से 500 रुपए के 18 और 200 रुपए के 11 नकली नोट बरामद हुए हैं। खास बात यह है कि ये नोट इतने सफाई से बनाए गए थे कि एक बार में कोई भी धोखा खा सकता था।
मामला तब सामने आया जब आरोपी ने भिलाई-चरोदा क्षेत्र के ज्योति विद्यालय के पास स्थित जलाराम बेकरी में आइसक्रीम खरीदने के लिए 500 रुपए का नकली नोट थमाया। दुकानदार विवेक कुलश्रेष्ठ की नजर नोट की छपाई और बनावट पर गई, और उसे शक हुआ। दुकानदार ने तुरंत सूझबूझ दिखाते हुए युवक को बातों में उलझाए रखा और पुलिस को सूचना दे दी।

सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और युवक को धर दबोचा। पूछताछ में पता चला कि आरोपी महासमुंद का रहने वाला है और वह शहर में नकली नोट चलाने के इरादे से आया था। फिलहाल पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच की जा रही है।
इस संबंध में सीएसपी हरीश पाटिल ने जानकारी दी कि आरोपी खास तौर पर छोटे दुकानदारों को निशाना बनाकर फेक करेंसी
चलाने की योजना बना रहा था। उन्होंने बताया कि पुलिस अब आरोपी के नेटवर्क और उसके संभावित साथियों की भी तलाश कर रही है।
नकली नोट की पहचान कैसे करें?
- असली नोटों की छपाई उभरी हुई होती है, नकली में यह एहसास नहीं होता।
- वाटरमार्क और सुरक्षा धागे को ध्यान से देखें।
- मोबाइल ऐप ‘मनि’ की मदद से भी नोट की जांच की जा सकती है।
जनता से अपील: अगर किसी को नकली नोट मिलने का शक हो, तो तुरंत नजदीकी पुलिस स्टेशन में सूचना दें। सतर्क रहकर हम सब मिलकर इस तरह की आपराधिक गतिविधियों पर रोक लगा सकते हैं।