FBI Chief Kash Patel: अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय मूल के काश पटेल को संघीय जांच ब्यूरो (FBI) का नया निदेशक नियुक्त करने की घोषणा की है। ट्रंप ने इसे लेकर एक पोस्ट साझा करते हुए काश पटेल को ‘अमेरिका फर्स्ट’ का सशक्त समर्थक और एक शानदार वकील, जांचकर्ता और सुरक्षा विशेषज्ञ बताया।
कौन हैं काश पटेल?
काश पटेल का जन्म न्यूयॉर्क में हुआ था और उनका परिवार गुजरात के वडोदरा का रहने वाला है। 44 वर्षीय काश पटेल पेशे से वकील हैं और ट्रंप प्रशासन के करीबी सहयोगियों में गिने जाते हैं। वह ट्रंप के पहले कार्यकाल में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद में आतंकवाद निरोध के वरिष्ठ निदेशक के रूप में कार्य कर चुके हैं। इसके साथ ही उन्होंने इंटेलिजेंस पर हाउस परमानेंट सेलेक्ट कमेटी में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
FBI निदेशक बनने का सफर
काश पटेल अब क्रिस्टोफर रे की जगह लेंगे, जिन्हें ट्रंप ने 2017 में FBI का निदेशक नियुक्त किया था, लेकिन बाद में ट्रंप और रे के बीच मतभेद हो गए। FBI निदेशक का पद 10 वर्ष के कार्यकाल के लिए होता है, लेकिन ट्रंप लंबे समय से रे और FBI की आलोचना करते रहे हैं, जिसके चलते रे का हटाया जाना अप्रत्याशित नहीं था।
ट्रंप के करीबी सहयोगी (FBI Chief Kash Patel)
काश पटेल ने ट्रंप के पहले कार्यकाल में कई अहम जिम्मेदारियां निभाईं, जिनमें ISIS और अल-बगदादी जैसे आतंकवादियों के खिलाफ अहम कार्यवाही शामिल है। इसके अलावा, उन्होंने अमेरिकी बंधकों को स्वदेश लाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। काश पटेल के मजबूत दृष्टिकोण और कट्टरपंथी विचारों ने उन्हें ट्रंप के विश्वास पात्र बना दिया।
आलोचनाओं और समर्थन के बीच काश पटेल की यात्रा
काश पटेल ने अपनी कार्ययोजना में रूस के झांसे को उजागर करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और सच्चाई, जवाबदेही और संविधान के समर्थन में खड़े रहे। हालांकि, उनका नाम सीआईए उप निदेशक के पद के लिए भी सामने आया था, लेकिन उन्हें इसके लिए विरोध का सामना करना पड़ा था। अब यह देखना बाकी है कि रिपब्लिकन नेतृत्व वाली सीनेट काश पटेल को FBI निदेशक के रूप में मंजूरी देती है या नहीं।
ट्रंप की प्रतिक्रिया (FBI Chief Kash Patel)
ट्रंप ने काश पटेल की नियुक्ति को लेकर कहा, “काश पटेल एक ‘अमेरिका फर्स्ट’ फाइटर हैं जिन्होंने अपना करियर भ्रष्टाचार का पर्दाफाश करने और अमेरिकी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में बिताया।”
काश पटेल के FBI निदेशक बनने से अमेरिकी सुरक्षा नीतियों में बदलाव की उम्मीद की जा रही है, खासकर आतंकवाद और विदेशी खुफिया अभियानों के खिलाफ उनकी सख्त कार्यनीतियों के संदर्भ में।
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