गाजियाबाद। गाज़ियाबाद से झकझोर देने वाली खबर सामने आई है. एक बच्चे को करीब डेढ़ महीने पहले कुत्ते ने काट लिया था, पर बच्चे ने यह बात घर वालों से छुपा कर रखा. इस दौरान कुत्ते के काटने से बच्चे के शरीर में इन्फेक्शन इतना बड़ गया कि उसकी हालत बहुत ज्यादा बिगड गई।
बच्चे के पिता ने उसके बिगड़ते स्वास्थ्य को देखते हुए कई बड़े अस्पतालों में इलाज कराने भटकते रहे, लेकिन लेकिन डॉक्टरों ने उसे लाइलाज घोषित कर दिया। बड़े से बड़े अस्पतालों के डॉक्टर्स ने भी हाथ खड़े कर दिए. जिसके बाद बच्चे ने पिता की गोद में तड़प-तड़पकर दम तोड़ दिया।
यह दर्दनाक घटना विजयनगर थाना क्षेत्र की चरण सिंह कॉलोनी की है, जहां रहने वाले याकूब मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं. उनका बेटा शावेज आठवीं क्लास का छात्र था. एक सितंबर को वो अचानक अजीबो-गरीब हरकतें करने लगा. उसने पानी देखने से ही डर लगने लगा, उसने खाना पीना बंद भी कर दिया था और कभी कभी वो कुत्ते के भौंकने जैसी आवाज भी निकलने लगा।
बच्चे की हालत देख परिवार वालों ने उसे डॉक्टर को दिखाया तो पता चला कि उसे कुछ समय पहले किसी कुत्ते ने काटा था. कुत्ते के काटने का इन्फेक्शन बच्चे के पूरे शरीर में फैल गया, जिसकी वजह से उसकी ये हालत हो गई. पीड़ित परिवार एंबुलेंस लेकर दिल्ली के जीटीबी और एम्स जैसे अस्पताल में बच्चे को लेकर गए, लेकिन इलाज नहीं हो सका.
आखिर परिवार वालों को किसी ने बुलंदशहर में एक आयुर्वेदिक डॉक्टर के पास जाने की सलाह दी, जो कुत्ते के काटने का इलाज करते हैं. परिजन जब उस डॉक्टर के पास से बच्चे लेकर वापस आ रहे थे तो बच्चे ने पिता की गोद में ही दम तोड़ दिया।