नई दिल्ली। सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने शुक्रवार को लोकसभा में शून्यकाल के दौरान रायपुर एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय दर्जा दिलाने और छत्तीसगढ़ में हवाई कनेक्टिविटी के विस्तार का मुद्दा जोरशोर से उठाया। उन्होंने कहा कि राज्य के औद्योगिक और आर्थिक विकास को गति देने के लिए यह कदम समय की जरूरत बन चुका है।
रायपुर एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय दर्जा मिलना जरूरी – बृजमोहन अग्रवाल
सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा कि छत्तीसगढ़ देश का तेजी से उभरता हुआ औद्योगिक, आर्थिक और सांस्कृतिक राज्य है। यहां बाल्को, जिंदल, भिलाई स्टील प्लांट, हिंडाल्को, एनएमडीसी, एनटीपीसी जैसे बड़े उद्योग स्थापित हैं, जिससे राज्य में व्यापार और निवेश की अपार संभावनाएं हैं।
उन्होंने बताया कि रायपुर एयरपोर्ट से हर महीने 60,000 से 70,000 यात्री देश-विदेश की यात्रा करते हैं, साथ ही कई अंतरराष्ट्रीय निवेशक भी छत्तीसगढ़ में अपने व्यापार का विस्तार करना चाहते हैं। लेकिन अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की कमी के चलते राज्य को संभावित निवेश का पूरा लाभ नहीं मिल पा रहा है।
रायपुर को अंतरराष्ट्रीय दर्जा मिलने से क्या होंगे फायदे?
सांसद ने लोकसभा में सुझाव दिया कि यदि रायपुर एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय दर्जा देकर इमिग्रेशन ऑफिस, एक्साइज ऑफिस, कार्गो टर्मिनल, बेहतर पार्किंग और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की सुविधा प्रदान की जाए, तो इससे राज्य की अर्थव्यवस्था को नई गति मिलेगी और पर्यटन, व्यापार और रोजगार के नए अवसर खुलेंगे।
छत्तीसगढ़ में हवाई सेवाओं के विस्तार की मांग
बृजमोहन अग्रवाल ने केंद्र सरकार और नागरिक उड्डयन मंत्रालय से मांग की कि रायपुर एयरपोर्ट को जल्द से जल्द अंतरराष्ट्रीय दर्जा दिया जाए, साथ ही बिलासपुर, रायगढ़, अंबिकापुर और जगदलपुर में हवाई सेवाओं का विस्तार किया जाए।
उन्होंने कहा कि यह सुविधा मिलने से छत्तीसगढ़ के नागरिकों को सुगम हवाई यात्रा का लाभ मिलेगा और राज्य देश के अग्रणी विकसित राज्यों की श्रेणी में तेजी से आगे बढ़ेगा।