Balodabazar Road Accident: पेट्रोल-डीजल टैंकर और ट्रेलर की हुई टक्कर, दो की मौत, प्रशासन की कार्रवाई जारी…

Balodabazar Road Accident:छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में शनिवार रात एक भीषण सड़क दुर्घटना हुई, जिसमें पेट्रोल-डीजल से भरा एक टैंकर और एक खराब ट्रेलर टकरा गए। इस टक्कर के बाद टैंकर में लगी आग इतनी विकराल हो गई कि उसमें फंसे ड्राइवर और हेल्पर की जिंदा जलकर मौत हो गई। यह घटना पलारी थाना क्षेत्र के गोंडा पुलिया मोड़ पर हुई, जिससे पूरे जिले में शोक की लहर फैल गई।

हादसा कैसे हुआ? (Balodabazar Road Accident)

जानकारी के मुताबिक, टैंकर रायपुर के मंदिर हसौद डिपो से जांजगीर चांपा जा रहा था और उसमें 20,000 लीटर पेट्रोल-डीजल भरा हुआ था। शनिवार रात करीब 9 बजे जब टैंकर पलारी पहुंचा, तो गोंडा पुलिया मोड़ पर सड़क किनारे खड़ा एक खराब ट्रेलर अचानक टैंकर से टकरा गया। इस ट्रेलर पर कोई चेतावनी संकेत या रिफ्लेक्टर नहीं था, जिसके कारण टैंकर चालक को रात के अंधेरे में यह दिखाई नहीं दिया, और हादसा हो गया।

आग का विकराल रूप

टक्कर के बाद टैंकर में आग लग गई, जो बहुत तेजी से फैल गई। टैंकर के केबिन में फंसे ड्राइवर छेदी पटेल (58) और हेल्पर कान्हा वैष्णो (22) आग की लपटों में बुरी तरह से घिर गए और उनकी जिंदा जलकर मौत हो गई। टैंकर में पेट्रोल और डीजल भरा होने के कारण आग का फैलाव काफी तेजी से हुआ, और धमाकों की आवाजें सुनकर आसपास के लोग और राहत कर्मी घटनास्थल के पास जाने से डरने लगे।

राहत कार्य और प्रशासन की कार्रवाई

सूचना मिलते ही दमकल विभाग और पुलिस को घटनास्थल पर भेजा गया। आग बुझाने के लिए दमकल की 4 गाड़ियों और 10 टैंकर पानी का उपयोग किया गया, साथ ही 700 लीटर फोम भी डाला गया। करीब तीन घंटे की कड़ी मेहनत के बाद आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक केवल ड्राइवर और हेल्पर की जल चुकी हड्डियां ही बरामद हो पाईं। राहत कार्य में देरी होने के कारण दोनों की जान नहीं बचाई जा सकी।

ट्रेलर की खराब स्थिति और प्रशासन की भूमिका

इस हादसे का मुख्य कारण खराब ट्रेलर को सड़क किनारे खड़ा करना बताया जा रहा है। ट्रेलर के पास कोई चेतावनी संकेत या रिफ्लेक्टर नहीं थे, जिसके कारण टैंकर चालक को यह दिखाई नहीं दिया। एसडीओपी निधि नाग ने इस दुर्घटना के बाद बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन सड़क किनारे खड़े वाहनों के लिए चेतावनी संकेतों और सुरक्षा मानकों को सख्ती से लागू करेगा।

आर्थिक नुकसान और सड़क सुरक्षा की चिंता

इस दुर्घटना में लगभग 50 लाख रुपये का नुकसान हुआ है, जिसमें टैंकर और ट्रेलर के जलने से हुआ नुकसान शामिल है। इसके अलावा, इस हादसे ने सड़क सुरक्षा के मुद्दे पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। खराब ट्रेलर के बिना चेतावनी संकेत के खड़ा होने के कारण न केवल दो जिंदगियां गईं, बल्कि यह घटना प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़ा करती है।

छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में हुए इस हादसे ने सड़क सुरक्षा के नियमों के पालन की आवश्यकता को उजागर किया है। इस घटना से हमें यह सिखने को मिलता है कि सड़क सुरक्षा के मानकों का पालन करना हमारी जिम्मेदारी है, और प्रशासन को इस दिशा में कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है।

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