Share Market News: बजट पेश होने के बाद आज सोमवार को बाजार में जबरदस्त बिकवाली देखने को मिली। ओपनिंग के साथ ही निफ्टी ने गैप-डाउन ओपनिंग की और शुरुआती 5 मिनट में ही गहरे लाल निशान में पहुंचकर 23,262 के अपने सपोर्ट लेवल को छू लिया। बाजार खुलते ही फ्री फॉल देखने को मिला, जिससे निवेशकों में हड़कंप मच गया.
गिरावट की असली वजह – ट्रंप का टैरिफ वॉर
इस तेज गिरावट के पीछे अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ वॉर को जिम्मेदार माना जा रहा है। ट्रंप ने वीकेंड पर कनाडा, मैक्सिको और चीन पर नए टैरिफ लगाने का ऐलान किया, जिससे वैश्विक व्यापार को लेकर चिंता बढ़ गई है। ट्रंप ने कनाडा और मैक्सिको पर 25% और चीन पर 10% टैरिफ लगाने की धमकी दी, जिसे उन्होंने अमेरिका में अवैध प्रवास और ड्रग्स की तस्करी रोकने के लिए जरूरी बताया।
चीन, कनाडा और मैक्सिको का पलटवार
ट्रम्प के इस फैसले के जवाब में कनाडा और मैक्सिको ने तत्काल जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी है, जबकि चीन ने वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गेनाइजेशन (WTO) में चुनौती देने की योजना बनाई है। इस अनिश्चितता के कारण सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में एफआईआई (विदेशी निवेशकों) की बिकवाली देखने को मिली।
एफआईआई की बिकवाली बनी गिरावट की वजह?
शनिवार को बजट के दिन भी एफआईआई ने 1,327.09 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की थी। सोमवार को एफआईआई डेटा शाम को जारी होगा, लेकिन मौजूदा ट्रेंड को देखते हुए अंदाजा लगाया जा सकता है कि विदेशी निवेशक आज भी जमकर बिकवाली कर रहे हैं, जिससे बाजार में दबाव बढ़ रहा है।
निफ्टी के लिए आगे क्या?
निफ्टी फिलहाल अपने पुराने सपोर्ट लेवल के करीब है। अगर 23,250 का स्तर टूटता है, तो अगला टारगेट 23,100 का हो सकता है। हालांकि, कुछ सेक्टर्स में खरीदारी का रुझान बना हुआ है।
कौन से शेयर बढ़े, कौन से गिरे?
- टॉप गेनर्स: शुरुआती कारोबार में टाइटन के शेयर 2.40% चढ़े, जबकि मारुति, आयशर मोटर्स, बजाज फिनसर्व और विप्रो भी बढ़त में रहे।
- टॉप लूजर्स: भारी गिरावट झेलने वाले शेयरों में बीईएल, एलएंडटी, हिंडाल्को, बीपीसीएल और कोल इंडिया शामिल हैं। बीईएल के शेयरों में 5% तक की गिरावट दर्ज की गई।
आगे बाजार का मूड कैसा रहेगा?
बाजार की दिशा अब इस बात पर निर्भर करेगी कि ग्लोबल इकोनॉमिक हालात कैसे बनते हैं और एफआईआई का निवेश रुख कैसा रहता है। निवेशकों को सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि अगर बिकवाली का सिलसिला जारी रहता है तो बाजार में और गिरावट देखने को मिल सकती है।