Naxal Encounter: मलकानगिरी, ओडिशा. छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के मलकानगिरी-सीमा पर स्थित चिंतलानार इलाके में आज जवानों और माओवादियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें दो कोबरा जवान घायल हो गए. यह मुठभेड़ उस समय हुई जब माओवादियों ने सीआरपीएफ की 206वीं बटालियन के कोबरा कमांडो पर हमला किया. नक्सलियों के हमले के बाद जवानों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए गोलीबारी की, जिसमें दो जवान घायल हो गए. उन्हें तत्काल इलाज के लिए जगदलपुर मेडिकल अस्पताल भेजा गया है.
माओवादी नेता बालमुरी नारायण राव की गिरफ्तारी
इसी बीच, बीजापुर और कांकेर की सीमा से लगे मलकानगिरी इलाके से सोमवार को माओवादी नेता बालमुरी नारायण राव उर्फ भास्कर को गिरफ्तार किया गया. उस पर 25 लाख रुपये का इनाम था. वह नक्सलियों की कई हिंसक गतिविधियों में सक्रिय रूप से शामिल था और उसकी पत्नी राजे कांगे भी नक्सलियों की डिविजनल कमेटी मेंबर थी.
बालमुरी नारायण राव कौन है? (Naxal Encounter)
बालमुरी नारायण राव ISZMC (इंटरनल सिक्योरिटी जोनल मिलिट्री कमांड) के नक्सल कैडर का एक प्रमुख नेता था, जो पिछले करीब 40 वर्षों से नक्सलियों की हिंसक गतिविधियों में सक्रिय था. वह कई बड़े हमलों का मास्टरमाइंड था, यही कारण है कि उसके ऊपर 25 लाख रुपये का इनाम रखा गया था. वह ओडिशा, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में वांछित अपराधी था.
राव का संबंध ICCM (इंडिया कम्युनिस्ट कम्यूनिस्ट मूवमेंट) के प्रमुख नेता गणेश से था. पुलिस ने उसे कांकेर में एक तलाशी अभियान के दौरान गिरफ्तार किया. 1984 में नक्सल संगठन से जुड़ने के बाद से राव ने ओडिशा, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कई हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया था.