चंडीगढ़। हरियाणा के नूंह जिले में दो समुदायों में झड़प के बाद हिंसा भड़क गई और इसमें 4 लोगों की मौत हो गई। वहीं इस हिंसा की आग गुरुग्राम के सोहना और फरीदाबाद समेत कई इलाकों तक पहुंच गई। यहां हालात बिगड़ गए हैं।
हिंसा में होमगार्ड के दो जवानों समेत 5 लोगों की मौत हो गई और 10 पुलिसकर्मियों समेत 15 लोग घायल हो गए। हालात पर काबू पाने के लिए कई जिलों के पुलिस अधीक्षकों को नूंह भेजा गया है। साथ ही केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों की 20 कंपनियां भी तैनात की गई हैं। बताया जा रहा है कि ये हिंसा सोशला मीडिया में वायरल वीडियो के कारण हुआ है। पुलिस को इसकी जानकारी थी, इसके बाद भी सुरक्षा व्यवस्था को नहीं बढ़ाया गया।
हिंसा को देखते हुए जिला उपायुक्त प्रशांत पंवार ने नूंह में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई। यहां धारा-144 लगा दी गई। इसके साथ ही जिले की सीमाओं को सील कर दिया गया है। हरियाणा सरकार और पुलिस प्रशासन ने सभी पक्षों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है।
हरियाणा के नूंह में हिंसक घटना को अंजाम देने वालों को पकड़ने के लिए 15 टीम बनाई गई। जिले में रैपिड एक्शन फोर्स के जवान तैनात किए गए हैं। हरियाणा से जुड़ी राजस्थान के भरतपुर की सीमा को भी सील किया गया है।
मृतकों की हुई पहचान
नूंह हिंसा के मृतकों की पहचान दो होम गार्ड नीरज और गुरसेवक के रूप में की गई है। तीसरा गांव भादस निवासी शक्ति है और चौथा अभी अज्ञात है। पांचवें व्यक्ति का नाम साद है, जिसकी गुरुग्राम के सेक्टर 57 में अंजुमन मस्जिद में हमले के बाद मौत हो गई थी।
नूंह की घटना को लेकर हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि नूंह में स्थिति नियंत्रण में है और जिले में कर्फ्यू लगा दिया गया है…दोनों समुदाय लंबे समय से नूंह में शांतिपूर्वक रह रहे हैं। इसके पीछे एक साजिश है। जिस तरह से पत्थर, हथियार, गोलियां मिलीं, उससे लगता है कि इसके पीछे कोई मास्टरमाइंड है। हम विस्तृत जांच करेंगे और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।