PM Awas Yojana: सक्ती। PM Awas Yojana के तहत जिले में भारी फर्जीवाड़ा सामने आया है, जिसमें रिश्वत लेकर लाभार्थियों के नाम पर पैसे निकालने का खेल खेला जा रहा है। इस योजना को सही तरीके से लागू करने की जिम्मेदारी रोजगार सहायक को दी गई थी, लेकिन वह फर्जी जिओ टैग कर मकान बने बिना ही पैसे निकालने में लगा हुआ है और खुद भी बड़ी रकम की घूस ले रहा है।
सक्ती के ग्राम हरेठी में कई हितग्राहियों के नाम पर इस तरह का फर्जीवाड़ा किया गया है, जिससे सरकार को लाखों का नुकसान हुआ है। यह मामला तब सामने आया जब ग्राम के जय कुमार ने इसकी शिकायत की। जांच के बाद यह स्पष्ट हुआ है कि कई हितग्राहियों के बयान से यह फर्जीवाड़ा किया गया था। इस खेल में जनपद के कुछ अधिकारी भी संलिप्त बताए जा रहे हैं।
जांच के लिए जब जनपद के अधिकारी गौरीशंकर चौधरी और मधुसूदन पटेल पहुंचे, तो अभी तक कोई रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की गई है, जिससे मामला और संदिग्ध हो गया है। सवाल यह उठता है कि जब जांच का जिम्मा खुद जनपद के अधिकारियों के हाथ में है, तो क्या वे खुद ही सरकार की महत्वाकांक्षी योजना को पलीता लगाने में शामिल हैं?