रायपुर। लोकसभा चुनाव के तारीख के एलान से पहले ही भाजपा की ओर से छेड़े गए कार्टून युद्ध का अब कांग्रेस ने भी जबाव देना शुरू कर दिया है। कांग्रेस ने रायपुर से भाजपा प्रत्याशी बृजमोहन अग्रवाल और सरगुजा से चिंतामणी महाराज से जुड़ा कार्टून जारी किया है।
कांग्रेस प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने इस कार्टून युद्ध के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराते हुए राजनीति के स्तर को गिराने का आरोप लगाया है। कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस का मानना रहा है कि राजनीतिक मुद्दे होने चाहिए, जन सरोकार के मुद्दे होने चाहिए. भाजपा ने कांग्रेस प्रत्याशियों का पोस्टर जारी किया. संस्कृत श्लोक “शठे शाठ्यम समाचरेत्“ का पालन करते हुए कांग्रेस ने भी भाजपा के साथ वैसा ही किया है।
शुक्ला ने कहा कि कांग्रेस ने शुरू से प्रयास किया कि वर्तमान सरकार के 10 साल के काम और राज्य सरकार के तीन महीने के काम को लेकर जनता के बीच जाएंगे। किसानों, युवाओं और महिलाओं के लिए जो वादा किया है, उसे लेकर जनता के बीच जाएंगे।
वहीं चिंतामणि महाराज के कार्टून में वाशिंग मशीन का उपयोग करने पर कहा कि वे जब कांग्रेस में थे, तब ED ने पत्र लिखकर एसीबी को कहा था कि कथित कोल घोटाले में 5 लाख रुपए लिया. जैसे ही भाजपा में शामिल हुए एसीबी ने एफआईआर दर्ज किया. ED के पत्र के आधार पर 7 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज किया, लेकिन चिंतामणि महाराज को बरी कर दिया। भाजपा ज्वाइन करते ही मोदी वाशिंग मशीन में धुलकर पाक साफ हो गए।
सुशील आनंद शुक्ला ने इसके साथ रायपुर और कांकेर के भाजपा प्रत्याशी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि रायपुर प्रत्याशी के समता कॉलोनी मामला किसी से छुपा नहीं है। वहीं कांकेर प्रत्याशी पर भी महिला के साथ दुर्व्यवहार के आरोप लगे हैं, भाजपा ने अनर्गल और मिथ्या आरोप के पोस्टर जारी किए थे। कांग्रेस ने प्रत्याशियों पर जो आरोप कभी ना कभी लगे हुए हैं, उसे सामने लाने का प्रयास किया है।
कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष ने लोकसभा चुनाव की तारीखों के एलान और प्रत्याशी सूची पर कहा कि चुनाव को लेकर कांग्रेस की तैयारी पूरी है। बूथ लेवल के कार्यकर्ता पूरी तरह से अलर्ट है, चुनाव आयोग आज चुनाव की घोषणा करता है, तो पूरी तरह सजग है। कांग्रेस के 6 प्रत्याशियों की घोषणा हो चुकी है. केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हो चुकी है, तमाम सीटों पर जल्द कांग्रेस प्रत्याशी घोषित हो जाएंगे।
वहीं प्रदेश में हुए प्रशासनिक फेरबदल पर सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि एक शेर है, उम्र भर गालिब मैं यही भूल करता रहा धूल चहरे पर थी, पर आईना साफ करता रहा। भाजपा की सरकार पिछले तीन महीना में पूरी तरह नाकामयाब साबित हुई। जन सरोकारों के जितने भी मुद्दे से सरकार का ध्यान हट गया, न पूरी महिलाओं को पैसा मिला, न युवाओं को पैसा मिला। पिछले 3 महीने में कर्जा ले लिया. सभी तबादले फिजूल की कवायद हैं।