चुनाव आयोग जिस तेजी से लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी में लगा था उसे उम्मीद की जा रही थी कि आयोग फरवरी अंत या मार्च के पहले सप्ताह में चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा कर देगा लेकिन अब तक चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं पाया है। वहीं अब चुनाव के ऐलान का कार्यक्रम 15 मार्च तक के लिए टल गया है, यह साफ हो चुका है कि 15 मार्च से पहले चुनाव आयोग कार्यक्रमों की घोषणा नहीं करेगा।
लोकसभा चुनाव को लेकर पूरे देश में सियासी पारा हाई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे देश का दौरा कर रहे हैं, जनसभाएं कर रहे हैं। वहीं राहुल गांधी भी अपनी भारत जोड़ो में यात्रा के साथ देश के अलग-अलग राज्यों का दौरा कर रहे हैं। इसके साथ ही प्रत्याशियों के नाम के ऐलान का सिलसिला भी शुरू हो चुका है। बीजेपी और कांग्रेस ने अपनी पहली सूची जारी कर दिया बंगाल में टीएमसी और उत्तर प्रदेश में सपा ने भी प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है। राजनीतिक दलों की तरह चुनाव आयोग भी पूरी स्पीड के साथ आम चुनाव की तैयारी में लगा था।
राजनीतिक दलों की यह तेजी चुनाव आयोग की फास्ट चुनावी तैयारी की वजह से थी, लेकिन अब चुनाव आयोग के कारण ही तारीखों के ऐलान का मामला अटक गया है। चुनाव आयोग की कमान 3 लोग संभालते हैं। इनमें मुख्य चुनाव आयुक्त के साथ 2 चुनाव आयुक्त होते हैं। चुनाव से संबंधित सभी फैसले और शिकायतों का निपटारा यही तीनों मिलकर करते हैं।
लेकिन इस वक्त चुनाव आयुक्त के दोनों पद खाली पड़े हैं। इस वक्त चुनाव आयोग में मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार की है। चुनाव आयुक्त अरुण गोयल ने दो दिन पहले पद से इस्तीफा दे दिया। जबकि दूसरे आयुक्त अनूप चंद्र पांडे फरवरी में सेवानिवृत हो चुके हैं। ऐसे में चुनाव होना संभव नहीं दिख रहा है। गोयल ने इस्तीफा के बाद नए आयुक्त की नियुक्ति की प्रक्रिया सरकार ने शुरू कर दी है। चुनाव आयुक्त चयन के लिए गठित समिति की बैठक 15 मार्च को रखी गई है, समिति की बैठक में प्रस्तावित नाम में से एक पैनल तैयार कर राष्ट्रपति को भेजा जाएगा।